खिड़कियां
ज़रूरी हैं
हर घर के लिए

खिड़कियां खोलती हैं
सारा आकाश
हमारे लिए
लाती हैं
साफ़ सुथरी
ताज़ी हवा
हमारे लिए

खिड़कियां परवाज़ देती हैं
सपनो को
अरमानो को
उड़ना सीखती हैं आँखों को
साफ़ करती रहती हैं
दिमाग में लगे जाले
गाहे बगाहे

खिड़कियां ज़रूरी हैं।


Comments

Popular posts from this blog

विभा रानी: जिन्होंने रोग को ही राग बना लिया

आम्रपाली के नगरवधू से एक बौद्ध भिक्षुणी बनने तक का सफर ....

आह से वाह तक का सफर : अर्चना सतीश