समर सीजन का कूल ट्रेंड

रीतिका शुक्ला 


उफ़ ये चिलचिलाती गर्मी शुरू हो गयी है...ऐसे में मन करता है कि कुछ ठंडा - 2 पिए और पहने भी वही वो आखो को ठंढक दे। यही तो है समर सीजन की विशेषता है। समर सीजन में मन करता है कि कुछ नया ट्राई किया जाये| कुछ ऐसा जो हम पर जचे भी और ट्रेंड से बिलकुल अलग लगे, समर सीजन में  बहुत सारे नए- नए  फैशन देखने को मिलते है, हर कोई अपनी वार्डरॉब को स्टाइलिश कपड़ो से सजाना चाहता है, सब चाहते की वे ऐसे कपडे पहने जो स्टाइलिश होने के साथ कम्फर्टेबले  भी हो और सबको आकर्षित भी करे। चटकीले और डार्क कलर्स गर्मियों में किसी को भी नहीं पसंद आते है। गर्मियों में लाइट और कूल कलर ठन्डक का एहसास कराते है। ऐसे में गर्मियों में शॉपिंग पर जाने से पहले इन बातो को ध्यान में जरूर रखे।
  • गर्मियों में किसी भी ड्रेस के सिलेक्शन में सबसे जरुरी होता है रंगो का चुनाव, गर्मियो में लाइट शेड्स का चुनाव करना चाहिए जो आँखों को शीतलता दे।




  • अगर फैब्रिक की बात करे तो कॉटन मिक्स सिल्क, शिफॉन, लिनन, जॉरजट व हैंडलूम और खादी से बने कपडे पहने जो आपको गर्मियों से राहत देते है । ये मटेरियल पसीने को भी आसानी से अब्सॉर्ब कर लेते है।


  • फैशन के लिहाज से देखा जाए तो हर किसी को अपने बॉडी टाइप के अनुसार ही कपडे लेने चाहिए , पतली लड़की पर आड़ी लाईन वाले शॉर्ट कुर्ती व छोटी कद-काठी वाली लड़कियों पर तिरछी लाइन वाले कुर्ते ज्यादा अच्छे लगते है हैं, अगर आप स्लीवलेस पहनना पसंद करती है तो गर्मी से बचने के उपाय भी जरूर करे।


  •  कॉटन और फुल स्लीव्ज के कपड़ो में आप स्टाइलिश भी दिख सकती है और गर्मी से भी बच सकती है।  हेवी वर्क के वस्त्रो का चयन न करे। गर्मियों में कॉटन, शिफान के ड्रेसेस फॉर्मल लुक के लिए काफी पसंद किये जा रहे है, ये कपडे दिखने में भी बहुत अच्छे लगते हैं और आरामदायक भी होते है इस मौसम में लिनन और जॉरजट के लांग स्कर्ट को भी काफी कम्फ़र्टेबल माना जाता है। 



  •  कॉटन हेंडलूम व खादी ठंडक पहुंचाने फेब्रिक हैं जिससे खतरनाक गर्मी में भी रहत महसूस करते हैं, बुजुर्ग महिलाएं सलवार कमीज व पटियाला सलवार सूट पहनें, खादी के डिज़ाइनर कुर्ते के साथ चूड़ीदार सलवार भी इन दिनों फैशन में है। 



  • फ्लोर लेंथ और कली वाले कुर्तो को विशेष अवसरों पर पहना जा सकता है । इस मटेरियल के कपड़ो से बनाए दूरी सिल्क, साटन, सिन्थेटिक, कोलेस्टर मिक्स, नायलॉन, वेलवेट कपड़ों से इन्फेक्शन होने का खतरा होता है।


  •  हेवी फेब्रिक के कपड़े न पहनें, गर्मियों में इन्हे सभालना काफी मुश्किल होता है. त्वचा के रोगो से भी रखे सावधानिया हर मौसम में अलग अलग बदलाव होते है, गर्मी भी अपने साथ कई सारे बदलाव लेकर आती है। लोगों के खान-पान , रहन - सहन ,वेशभूषा में कई प्रकार के परिवर्तन होते है, इन बदलावों का सही से ज्ञान न हो तो ये आपको बहुत भारी पड़ सकता है, गर्मी में घेरदार कुरते, जॉरजट व शिफॉन पर की गई फ्लोरल प्रिंट, कॉटन सिल्क, टसर का इस्तेमाल अधिक किया जाता हैं। 


  • गर्मी में विशेष रूप से ब्लॉक प्रिंट, वेजीटेबल, कॉटन मिक्स लिनन व इकत फेब्रिक (कलकत्ता में गर्मी में ज्यादा चलता है) का प्रयोग अधिक किया जाता है। कम्फर्ट को ध्यान में रखते हुए ज्यादा ब्राइट कलर का चयन ना करे  लिनन व कॉटन के कपडों का प्रयोग समर में बेस्ट है, कॉटन के प्रिंट, कुशन, साधारण क्रोशिया वाली डिजाइन के फेब्रिक भी गर्मियों के मौसम के अनुकूल है। 




  •  गर्मी में ब्रश पेटिंग व डाई पेटिंग के कपड़ो का प्रचलन अधिक देखने को मिलता है, युवाओं को अपने कम्फर्ट के के हिसाब ही कपड़ो का सिलेक्शन करना चाहिए, कॉटन पेंट व सलवार कमीज, कॉटन सूट, अनारकली सूट्स पहनना गर्मियों में अधिक आरामदायक होता है।





                                                                                                                                 (P.C -GOOGLE )

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