फूलों के रंग से, दिल की कलम से..........
रीतिका शुक्ला
फूलों के रंग से, दिल की कलम से
तुझको लिखी रोज़ पाती
कैसे बताऊँ, किस किस तरह से
पल पल मुझे तू सताती
तेरे ही सपने, लेकर के सोया
तेरी ही यादों में जागा
तेरे खयालों में उलझा रहा यूँ
जैसे के माला में धागा.......
हाँ, बादल, बिजली, चंदन, पानी
जैसा अपना प्यार है
लेना होगा जनम हमें
कई कई बार.........
ये कुछ ऎसी लाइन्स है , जिनको सुन के मुझे लगता था कि प्यार कितना अदभुत एहसास है।प्यार खुदगर्ज नहीं होता , बल्कि अपने प्यार के लिए इन्सान किसी भी हद तक जा सकता है। लैला - मजनू , हीर - राँझा वो लोग है जिनके प्यार की मिसाल आज भी दी जाती है ,और दी भी क्यों न जाए आखिर इन्होंने अपने प्यार के लिए मौत को भी हँसते - हँसते गले लगा लिया। प्यार में पूरे समाज से लड़ने की हिम्मत होती है। ये आज की तरह भौतिक वस्तुओ का मोहताज नहीं है। इसको सिर्फ महसूस किया जा सकता है। पर आज के दौर में मुझे ऐसा प्यार नहीं दिखता । अब प्यार सिर्फ भौतिक वस्तुओ पर निर्भर है। आपका जितना बड़ा उपहार होगा प्यार भी उतना अधिक माना जाएगा बल्कि आप अगर विज्ञापन देखे तो आपको समझ में आएगा कि प्यार के नाम पर आजकल क्या - क्या बेचा जा रहा है।इसका एक उदहारण है , हीरा है सदा के लिए....अगर आप जिसको प्यार करते हो, उसको बिना हीरा दिए क्या प्यार का इज़हार नहीं कर सकते????हीरा एक आम इंसान की पहुँच से बाहर है , तो क्या ये सिर्फ अमीरो के लिए है ???? लेकिन देखा जाए तो ये उपहार लेने और देने वाले की मानसिकता पर भी निर्भर करता है । प्यार किसी एक का नहीं होता,इस पर सबका हक़ है, चाहे वो अमीर हो या गरीब। इसका संबंध इंसान की खूबियो से होता है।
जिस दिन हम ये समझ जाएगे कि इन चीजो का प्यार से कोई तालुक नहीं है ,उस दिन हमको शायद सच्चे प्यार का एहसास हो पाएगा। मेरे लिए प्यार भावनाओ से जुड़ा हुआ एक एहसास है। वो इंसान जो मेरे दर्द को समझ सके, जिससे बात करके सब कुछ बहुत ज्यादा खूबसूरत लगने लगे। बेवजह हँसने लगो .. कुछ एहसास सच में अदभुत होते है...... इनको आप पैसो से नहीं खरीद सकते है । इसी वजह से मै लव आज कल की बात कर रही हूँ। खैर वक़्त कोई भी हो पर बात अगर प्यार की बात हो , तो मेरे जहन में यही गीत आता है। खैर मुझे तो सच्चा प्यार सिर्फ फिल्मो में दिखता है , जहाँ हीरो हीरोइन के प्यार में पूरे ज़माने से लड़ जाता है और आखिर में प्यार के जीत होती है। अगर हीरो या हीरोइन को पापी जमाना जीने नहीं देता ,तो वो मर के भी अमर हो जाते है.....खैर अब फिल्मो में भी प्यार करने के तरीके बदल गए है। लोग अब अपने प्यार को कीमती वस्तुओ से जोड़ के देखते है ,शायद उनको भी प्यार दिखाने का और कोई तरीका नहीं पता या तेज रफ़्तार भागती ज़िन्दगी में अब किसी के पास वो एहसास नहीं है ,जो पैसो से कीमती होते है।युवा पीढ़ी इसे बिंदास लव कहती है अगर आपके पास वो एहसास है तो शायद आपको भी एक दिन आपका सच्चा प्यार मिल जाए। बस एक बात का ध्यान रखिये........ " ये इश्क नहीं आसान बस इतना समझ लीजे...एक आग का दरिया है और डूब के जाना है..."
जिस दिन हम ये समझ जाएगे कि इन चीजो का प्यार से कोई तालुक नहीं है ,उस दिन हमको शायद सच्चे प्यार का एहसास हो पाएगा। मेरे लिए प्यार भावनाओ से जुड़ा हुआ एक एहसास है। वो इंसान जो मेरे दर्द को समझ सके, जिससे बात करके सब कुछ बहुत ज्यादा खूबसूरत लगने लगे। बेवजह हँसने लगो .. कुछ एहसास सच में अदभुत होते है...... इनको आप पैसो से नहीं खरीद सकते है । इसी वजह से मै लव आज कल की बात कर रही हूँ। खैर वक़्त कोई भी हो पर बात अगर प्यार की बात हो , तो मेरे जहन में यही गीत आता है। खैर मुझे तो सच्चा प्यार सिर्फ फिल्मो में दिखता है , जहाँ हीरो हीरोइन के प्यार में पूरे ज़माने से लड़ जाता है और आखिर में प्यार के जीत होती है। अगर हीरो या हीरोइन को पापी जमाना जीने नहीं देता ,तो वो मर के भी अमर हो जाते है.....खैर अब फिल्मो में भी प्यार करने के तरीके बदल गए है। लोग अब अपने प्यार को कीमती वस्तुओ से जोड़ के देखते है ,शायद उनको भी प्यार दिखाने का और कोई तरीका नहीं पता या तेज रफ़्तार भागती ज़िन्दगी में अब किसी के पास वो एहसास नहीं है ,जो पैसो से कीमती होते है।युवा पीढ़ी इसे बिंदास लव कहती है अगर आपके पास वो एहसास है तो शायद आपको भी एक दिन आपका सच्चा प्यार मिल जाए। बस एक बात का ध्यान रखिये........ " ये इश्क नहीं आसान बस इतना समझ लीजे...एक आग का दरिया है और डूब के जाना है..."
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